Wednesday, June 30, 2021

Modals in Hindi | Modal Verbs और उनके प्रयोग

 


Modals in Hindi | Modal Verbs और उनके प्रयोग

आधुनिक English Grammar में Modals in Hindi की विशेषता विशेषज्ञों द्वारा सबसे अधिक बताया गया है. क्योंकि ये ऐसी सहायक क्रियाएँ होती हैं जिनका प्रयोग मुख्यतः वाक्य में मुख्य क्रिया के रूप में किया जाता है ताकि वाक्य में प्रयोग किए जाने वाले Modals Verbs की समर्थता, उपयोगिता, इच्छा, सम्भावना, निश्चितता, इजाज़त आवश्यकता आदि भावनाओं को व्यक्त कर सके.

मोडल्स वर्ब की आवश्यकता अंग्रेजी में अधिक है क्योंकि अंग्रेजी बोलने ,पढ़ने और समझने के लिए इसका ज्ञान महत्वपूर्ण होता है. इसलिए, यहाँ Modals Verb in Hindi में सम्पूर्ण जानकारी प्राप्त करेंगे, जो एग्जाम और व्यक्तिगत दोनों के लिए आवश्यक है.

 

Modals Verb क्या है? | What is Modals in Hindi

Modals एक ऐसी सहायक क्रिया है जो वाक्यों के फार्मेशन यानि बनावट में मदद करती है. इन्हे सामान्यतः Modal Auxiliary verb या केवल Modal verb के नाम से जाना जाता है/ कहते है.  Modals साधारण वर्ब से विल्कुल अलग होते हैं, क्योंकि ये वाक्यों को एक अलग भाव प्रदान करते है. 

इसलिए, इसका प्रयोग वाक्य के मुख्य क्रिया के साथ समर्थता, संभावना, गुण, आज्ञा, संभावना, आवश्यकता आदि को व्यक्त करने के लिए किया जाता है. 

Modals Verb कितने प्रकार के होते है 

मोडल्स वर्ब की संख्या मुख्यतः 13 होती है जो इस प्रकार है.

  1. Can
  2. Could
  3. May
  4. Might
  5. Shall
  6. Should
  7. Will
  8. Would
  9. Ought to
  10. Used to 
  11. Need
  12. Must
  13. Dare

ये सभी Modal या Modal Auxiliaries कहलाते है. Modal Verbs भी Tense Formation में मुख्य क्रिया की सहायता करते है. 

Note:- इसे ध्यान में रखे !

  1. Primary Auxiliary Verbs: do, does, is, am, are, has, have, did, was, were, will…. आदि. 
  2. Modal Auxiliary Verbs: can, could, may, might, shall, should, will, would….. आदि.

Modal Verbs के महत्वपूर्ण नियम | Use of Modal Verbs in Hindi

1.  Primary Auxiliaries का प्रयोग Full Verb (मुख्य क्रिया) और Helping Verb (सहायक क्रिया) दोनों रूप में होता है. लेकिन Modal Auxiliaries (Need और Dare को छोड़कर) का प्रयोग केवल Helping Verb के रूप में होता है. 

2. Primary Auxiliaries का Form ( s, es,V1, V2, ….. V–ing) Subject के नंबर या person के अनुसार बदल जाता है. लेकिन Modal Auxiliaries का फॉर्म सभी Person और Number के साथ सामान रहता है. जैसे:-

  • I can do this.
  • You may come.
  • You can do this work.
  • He may come.
  • They can do this work.
  • They may come.

यहाँ I (First Person), You (Second Person) तथा They (Third Person) तीनो में Can का ही प्रयोग हुआ है. उसी तरह Modal Auxiliaries “May” भी भिन्न-भिन्न Person के साथ प्रयुक्त हुआ है. 

3. Helping Verb के बाद Main Verb परिवर्तन हो जाता है. जैसे:-

  • I am going.
  • They have gone.
  • He is eating.
  • You have eaten.

I के साथ go लगकर I go एक वाक्य बनता है, लेकिन Helping verb “am” लगने पर Go का रूप बदल कर going हो जाता है. 

लेकिन Modals के बाद main verb में परिवतर्न नही होता है. जैसे 

  • We should help the poor.
  • They must go there.

Note:-

1. Perfect Tense के formation में Modals के बाद आने वाला मुख्य क्रिया का रूप बदल जाता है, क्रिया के तीसरा रूप यानि V3 का प्रयोग होता है. जैसे:-

  • तुमने महात्मा गाँधी का नाम अवश्य सुना होगा.
  • You must have heard the name of Mahatma Gandhi.
  • उन लोगों को गरीबों की मदद करनी चाहिए थी.
  •  They should have helped the poor.

2. यदि मोडल के बाद “be” का प्रयोग हुआ, तो मुख्य क्रिया का रूप बदल जाता है और क्रिया का चौथा रूप यानि V4 का प्रयोग होता है.

  • वह जा रही होगी.
  • She must be going
  • वे लोग खा रहे होंगे.
  • They might be eating
  • वर्षा नही हो रही होगी. 
  • It may not be raining.

Marginal Modal Auxiliaries

 Need, Dare, Ought to तथा Used to को Marginal Modal Auxiliaries कहा जाता है. ये चारो ऐसे मोडल वर्ब है जो अपने ग्रुप के अन्य मोडल वर्ब से कुछ अर्थों में भिन्न है. जैसा की हम जानते है कि मॉडल वर्ब का प्रयोग मुख्य क्रिया में नही होता है, लेकिन इनका प्रयोग मुख्य क्रिया के रूप में होता है.

Use of the Modal Auxiliaries in Hindi | Modal Verbs का प्रयोग

Modals और उनका प्रयोग भिन्न-भिन्न अर्थों में होता है जिसे उदाहरण के माध्यम से सीखेंगे. Modal Verbs अनुमति, क्षमता, दायित्व, संभावना, संभावना, अनिवार्यता, अनिश्चितता आदि को व्यक्त करने के लिए प्रयुक्त होती है जो निचे उदाहरण स्वरूप दिया गया है. 

Note:-

सभी मोडल्स वर्ब के साथ क्रिया के प्रथम रूप का प्रयोग किया जाता है, लेकिन किसी मोडल के बाद Have का प्रयोग हो, तो उसके साथ क्रिया के तीसरा रूप का प्रयोग किया जाता है. 

Can: सकता, सकती, सकते है आदि.

Can का उपयोग सकता है, सकती है, सकते हैं के फॉर्म में सामान्यतः किया जाता है. Can का प्रयोग किसी वाक्य में योग्यता अथवा क्षमता व्यक्त करने के लिए या अनुमति लेने या देने की संभावना को व्यक्त करने के लिए किया जा सकता है.

Can का उपयोग कई अर्थो में किया जाता है. जैसे, क्षमता,योग्यता, औपचारिक या अनौपचारिक, सामान्य संभावना, भूतकाल के कार्यों के अनुमान हेतु आदि. 

Note:-
एक Modal होने के कारण, इसका रूप सदैव सामान रहता है, सब्जेक्ट के किसी भी person के साथ इसका रूप नही बदलता है. 

Examples:- 

  • Rakesh can carry these tomatoes till the Riksha.
  • राकेश ये टमाटर को रिक्शा तक ले जा सकता है.
  • He can solve this problem.
  • वह इस समस्या को हल कर सकता है.
  • I can solve any question paper of this exam
  • मैं इस एग्जाम के किसी भी पेपर को हल कर सकता हूँ.
  • I can speak fluent Bhojpuri but I can’t speak fluent English yet.  
  • मैं धारा प्रवाह भोजपुरी बोल सकता हूं, लेकिन मैं अभी तक धारा प्रवाह अंग्रेजी नहीं बोल सकता हूं.
  • Can he cook food?
  • क्या वह खाना बना सकता है?

Could: सका, सकी, सके, या सकता था, सकती थी, सकते थे आदि

Could का प्रयोग सकता, सकती, सकते थे या सका, सकी, सके आदि के रूप में किया जाता है जो भूतकाल से सम्बन्ध रखते है. यह वाक्य में असमर्थता का भाव व्यक्त करते है. यानि हम कह सकते है कि कम संभावना व्यक्त करने के लिए भी इसका प्रयोग किया जा सकता है.

इसका अन्य अर्थ में भी प्रयोग किया जाता है जैसे:- भूतकाल की योग्यता या क्षमता, भविष्य की आज्ञा, अनुमति, विनती करने के लिए, आदि.

Examples

  •  I could not go there.
  • मैं वहां नही जा सका.
  •  Akash could be in that house.
  • आकाश उस घर में हो सकता था.
  •  you could give me some money to eat
  • आज मुझे कुछ पैसे खाने के लिए दे सकते थे.
  • He could win the match today
  • वह आज मैच जित सकता था.
  •  They could beat you.
  • वे लोग तुम्हे पिट सकते थे.
  • Ramesh could help her.
  • रमेश उसकी मदद कर सकता था.

May: सकता, सकती सकते है, संभावना या पूर्व अनुमान आदि.

May का उपयोग अनुमति लेने या देने के लिए या फिर संभावना व्यक्त करने के लिए के लिए किया जाता है जिसमे अंतिरक इच्छा भी शामिल होती है. 

औपचारिक आज्ञा, संभावना, इच्छा, आशीर्वाद, भूतकालीन अनुमान, अप्रभावी परामर्श आदि भावनाओं को व्यक्त करने के लिए may का प्रयोग किया जाता है. 

Examples:-

  • He May be right.
  • वह सही हो सकता है.
  • He may go home to meet his father.
  • वह अपने पिता से मिलने घर जा सकता है.
  •  May I use your notebook?
  • क्या मैं तुम्हारा कॉपी ले सकता हूँ?
  • He may fool soon.
  • वह जल्दी मुर्ख हो जाए.
  • May I come in sir?
  • क्या मैं अंदर आ सकता हूँ? सर!
  • May you help me?
  • क्या तुम मेरी मदद कर सकते हो?

Might: सकता, सकती,सकते, चाहिए, आदि.

Might का उपयोग सामान्यतः कम या न के बराबर संभावना व्यक्त करने के लिए किया जाता है. अनुमति लेने के लिए भी Might का प्रयोग किया जाता है जिसमे अधिक विनम्रता का भाव निहित होता है. 

क्षीण संभावना,  वास्तविक संभावना, आज्ञा के लिए, अनुमान के लिए, प्रार्थना, परामर्श, आदि के लिए इस मोडल्स का प्रयोग होता है.

Note:-
Might अतीत या भविष्य की स्थितियों के संदर्भ में संभावना को व्यक्त करने के लिए इस्तेमाल किया जाता है.

Examples:-

  • Might I take this book?
  • क्या मैं यह किताब ले लूँ / ले सकता हूँ?
  • It might rain today
  • आज बारिश होने की संभावना है.
  • Rajesh might go there.
  • राजेश घर जा सकता है / जाने की संभावना है.
  • Might you post this For your father? 
  • क्या तुम अपने पिता के लिए यह पोस्ट कर दोगे?
  • You Might do this for her.
  • यह तुम उसके लिए कर सकते हो.
  • Might I play In this field?
  • क्या मैं इस फिल्ड में खेलूं?

Shall: गा, गे, गी

Shall का प्रयोग मुख्यतः फ्यूचर टेंस में किया जाता है, लेकिन यह modal वर्ब का एक अभिन्न अंग है जिसे प्रबल इच्छा या शक्ति का भाव व्यक्त होता है. 

इसके प्रयोग से वाक्य पर विशेष बल पड़ता है, या यूँ कहे तो, इसका प्रयोग क्रिया का फल सब्जेक्ट पर डालने के लिए किया जाता है. 

Examples: 

  • मैं सतर्क रहा करूँगा.
  • I shall be alert.
  • क्या मैं सफल रहूँगा?
  • Shall I be successful?
  • हमलोग भयभीत नही रहा करेगा.
  • We shall not be afraid.
  • मैं एक कार खरीदेगा.
  • I shall buy a car.

Should: चाहिए 

Should का उपयोग चाहिए के अर्थ में किया जाता है जिसका उद्देश्य वाक्य में परामर्श व्यक्त करने के लिए होता है.  

सामान्यतः Should का प्रयोग सलाह देने या लेने के लिए किया जाता है.

बाध्यता व तर्कसंगत, परामर्श, बहुत कम संभावना, इच्छा प्रकट करने हेतु, आशा, उद्देश्य आदि उद्देश्य प्रकट करने के लिए इसका प्रयोग किया जाता है.  

Examples:-

  • you should help him.
  • तुम्हे उसकी मदद करनी चाहिए.
  • They should play cricket.
  • उनलोगों को क्रिकेट खेलना चाहिए.
  • I should leave now.
  • अब मुझे जाना चाहिए.
  • Mohan should help the farmers.
  • मोहन को किसानों की मदद करनी चाहिए.
  • Ravi should not call his father.
  • रवि को अपने पिता को नही बुलाना चाहिए.

Will:  इच्छा व्यक्त करने के लिए

Will का प्रयोग कोई अर्थ में किया जाता है. सामान्यतः इसका प्रयोग फ्यूचर टेंस में गा, गे, गी, आदि के रूप किया जाता है. लेकिन मोडल वर्ब में इसका प्रयोग वादा, इच्छा, इरादा, दृढ़ निश्चय, हठ आदि भावों को प्रकट करने के लिए किया जाता है.

Note:-
भविष्यवाणी, आमंत्रण या विनम्र निवेदन, सहमति, नियोजन व व्यवस्था, विनम्र निर्देश या आदेश,  आदि के रूप में भी Will का प्रयोग होता है. 

Examples:- 

  • वह डॉक्टर बनेगा.
  • He will be a doctor.
  • उसके पास एक होगी.
  • He will have a car.
  • मैं तुम्हारा मदद करूँगा.(वादा)
  • I will help you.
  • मैं एक घर खरीदूंगा (इच्छा)
  • I will buy a house.
  • वह तुम्हारा मदद नही कर पाएगा.
  • He will not be able to help you.

Would: करता था, चाहूँगा

Would का उपयोग सामान्यतः विनम्र अनुरोध, भूतकालिक आदतों, प्रार्थना, दृढ़ निश्चय, अनिश्चय में आदि जैसे प्रश्नों को व्यक्त करने के लिए किया जाता है.

मान्यताओं के अनुसार Would का प्रयोग व्यक्तिगत इच्छा, संभावना, पुरानी आदतें आदि के विनम्र भाव से व्यक्त करने के लिए विशेष रूप किया जाता है. 

Examples:-

  • राम तुमसे मिलना चाहेगा.
  • Ram would like to meet you.
  • मैं रोज मंदिर जाता था.
  • I would go to temple everyday.
  • मुझे लगा था वह मुझे मरेगा.
  • I thought he would beat me.
  • क्या आप मेरी सहयता करेंगे?
  • Would you help me?
  • आप मेरी मदद करेंगे?

Ought To: चाहिए, चाहिए था

Ought To का उपयोग सामान्यतः उपदेश या सलाह देने के लिए किया जाता है. यह एक ऐसा शब्द है जिसके माध्यम से नैतिक भाव व्यक्त किया जाता है. राष्ट्र, मौलिक कर्तव्य, दिनचर्या आदि जैसे भावों को व्यक्त करने के लिए इसका प्रयोग अक्शर किया जाता है. 

Examples:-

  • हमें अपने देश की सेवा करनी चाहिए
  • We ought to serve our country.
  • हमलोगों को ऐसा नही करना चाहिए.
  • We ought not to do so.
  • मुझे जाना चाहिए था.
  • I ought to have gone.
  • तुम्हें इस समय जाना चाहिए.
  • You ought to go this time.

Used To: करता था, जाया करता था, आदि.

Used To का उपयोग ऐसे वाक्यों को संबोधित करने के लिए किया जाता है जिसका सम्बन्ध भूतकाल से होता है. यूँ कहे तो, नैतिक कर्तव्य, परामर्श, भूतकालिक अनुमान, आदि भावों को व्यक्त करने के लिए इसका प्रयोग किया जाता है. 

Examples:

  • सीता यहाँ आया करती थी
  • Sita used to come here.
  • वह पूरी रात सोया करता था.
  • He used to sleep the whole night.
  • मुकेश मुझे पिता करता था.
  • Mukesh used to beat me.
  • वह मेरे यहाँ आया करती थी.
  • She used to come to me
  • वह ऑफिस नही जाता था.
  • He doesn’t used to go to the office

Need: चाहिए था, जरुरत था, जरुरत है, आदि.

Need का उपयोग कई अर्थों में किया जाता है.इस क्रिया का प्रयोग वाक्य में आवश्यकता दिखने के लिए किया जाता है, जिसमे इसका भाव परिस्थितियों के ऊपर निर्भर होता है. लेकिन मुख्यतः यह वर्तमान और भूतकाल की अभिव्यक्ति कराने के लिए होता है. 

Examples:-

  • मुझे उसकी जरुरत है. 
  • I need her.
  • तुम्हे कुछ और चाहिए.
  • You need some more.
  • आकाश को अब जाना चाहिए था.
  • Akash needed to go.
  • मुझे किताब की जरुरत है.
  • I need a book.
  • हमें खाना चाहिए था.
  • We needed to eat.
  • हमें भविष्य के लिए निवेश करने की जरुरत है.
  • We need to invest for the future.

Must: चाहिए, जरुर चाहिए, जरुर चाहिए था, आदि.

Must एक ऐसा शब्द है जिसके माध्यम से वाक्य में जरुरत की अभिव्यक्ति कराया जाता है. जिससे पता चलता है कि वाक्य में ढृढ़ संकल्प, बाध्यता आदि का बोध निहित है. Must के उपयोग से किसी वाक्य पर दबाव डाला जा सकता है. जैसे अवश्य, जरुर, करना ही है, आदि.

Examples:-

  • आपको इसे अब पूरा करना चाहिए.
  • You must complete it now.
  • मोहन को घर जाना ही चाहिए.
  • Mohan must go home.
  • हमें अपने देश की सेवा करना चाहिए.
  • We must serve our country.
  • बच्चों को पढ़ना ही चाहिए.
  • Children must read
  • तुम्हे जरुर जाना चाहिए था.
  • You must have to go.

Dare: हिम्मत करना 

Dare को Modal सहायक क्रिया के रूप में विशेष कर उपयोग किया जाता है. यह ऐसी क्रिया है जो मुख्य क्रिया और सहायक क्रिया या दोनो प्रकार से प्रयोग किया जा सकता है.

इसका मूल अर्थ है किसी कार्य को करने या चुनौती देना होता है इसका प्रयोग आमतौर पर नकारात्मक और प्रश्नात्मक वाक्यों में किया जाता है.

Examples:-

  • वह तुम्हारे सामने बोलने की हिम्मत रखता है.
  • He dares to talk in front of you.
  • वह घर छोड़ने की साहस नही करेगा.
  • He will not dare to leave the home. 
  • मैं आने की हिम्मत करता हूँ 
  • I dare to come.
  • तुम्हे मुझसे बात करने की हिम्मत कैसे हुई?
  • How dare you talk to me?
  •  तुम्हे मेरे सामने बैठने की हिम्मत कैसे हुई?
  • How dare you sit in front of me? 

Modals in Hindi के माध्यम से इसका संक्षिप्त रूप आपने यहाँ पढ़ा, जो अंग्रेजी का विशेष चैप्टर है. अंग्रेजी सिखने, बोलने अथवा लिखने के लिए modals verb की आवश्यकता अधिक होती है. अतः इसपर ध्यान केन्द्रित करे.

निष्कर्ष

Modals वर्ब की विशेषताओं के बारे में आज आपने जाना, जो इसका संक्षिप्त रूप है. आगे इसके विस्तृत रूप के बारे में अध्ययन करेंगे और समझेंगे की मोडल्स वर्ब की विशेषता अंग्रेजी और दैनिक जीवन में कितना होता है. या यूँ  कहे तो, यह एक तरह से ट्रेलर है जिसका सम्पूर्ण फिल्म अभी बाकि है. इसके सम्पूर्ण भावों का अध्ययन करने से यह पता चलता है कि वास्तव में मोडल्स क्या है और इनका प्रयोग कहाँ कहाँ किया जा सकता है.

 

 

(Number) Singular - Plural in Hindi and English (एकवचन से बहुवचन बनाने के नियम )


 

English grammar मे वाक्यों को शुद्ध-शुद्ध बनाने के लिए सिंगुलर और प्लूरल नंबर का सही प्रयोग करना अनिवार्य है. क्योंकि यह वाक्य में सब्जेक्ट को Verbs और Noun से परिचय कराता है. विशेषज्ञों का मानना है कि Singular Plural in Hindi का उदेश्य नाउन, वर्ब और सब्जेक्ट के बिच सामंजस्य बैठना है ताकि वाक्य से सटीक अर्थ प्रदर्शित कर सके.

वैसे सिंगुलर और प्लूरल नंबर का अध्ययन क्लास 6th से लेकर एडवांस लेवल तक कराया जाता है. क्योंकि यह कम्पटीशन और बोर्ड दोनों exams के लिए आवश्यक होता है. इसलिए, विद्यार्थी इसपर विशेष ध्यान केन्द्रित करते है.

उपयोग एवं बनावट के अनुसार ग्रामर के लगभग 70% वाक्य सिंगुलर और प्लूरल नंबर पर आधारित होते है. यही कारण है कि इसका महत्व कम्पटीशन एग्जाम में अधिक होता है. निचे सभी आवश्यक जानकारी उपलब्ध है जो नियमबद्ध तरीके से अंकित है.

सिंगुलर और प्लूरल नंबर | Singular And Plural in Hindi

सामान्यतः ग्रामर में नंबर का प्रयोग नाउन की संख्या व्यक्त करने के लिए किया जाता है कि वाक्य कितने नाउन को प्रदर्शित कर रहा है. प्रयोग के अनुसार नंबर को मुख्यतः सिंगुलर और प्लूरल में व्यक्त करते है जो नाउन की संख्या दर्शाता है.

अर्थात, जब किसी शब्द के रूप से एक या एक से अधिक नाउन का बोध होता है, तो उसे नंबर के रूप परिभाषित किया जाता है, जिन्हें सिंगुलर या प्लूरल नंबर कहा जाता है. ये हमेशा वाक्य के सब्जेक्ट के द्वारा परिभाषित होता है.

 इंग्लिश ग्रामर में नंबर का प्रकार | Types of Number in Grammar in Hindi

परिभाषा (वचन) - संज्ञा शब्द के जिस रूप से किसी वस्तु ,प्राणी स्थान आदि का एक या अनेक होने का बोध हो उसे वचन कहते हे | 

Number - The form of a noun word that gives the sense of being one or many of an object, animal, place, etc. is called a number.

हिंदी की तरह ही अंग्रेजी में भी Number मुख्यतः दो प्रकार के होते है जो Noun को संख्याओं के आधार व्यक्त करते है. जैसे,

  1. Singular Number (सिंगुलर)
  2. Plural Number (प्लूरल)

Singular Number (सिंगुलर) – एकवचन

परिभाषा: वह Noun जिससे किसी एक प्राणी यह वस्तु का बोध हो, तो वह सिंगुलर नंबर में होना कहा जाता है.

A noun that denotes one person or thing is said to be in Singular Number. Or

If a Noun tells only one, it is called Singular Number. जैसे,

  • Girl
  • Man
  • A Student
  • A / Boy

Note:-
कई स्थति में सिंगुलर नंबर में दिखने वाले नाउन प्लूरल नंबर में प्रयोग होते है. जैसे; People, आदि.
Noun हमेशा सिंगुलर होते है. अर्थात, Noun में s और es प्लूरल बनाया जाता है.

Plural Number (प्लूरल) – बहुवचन

वह Noun जिससे एक से अधिक प्राणियों या वस्तुओं का बोध हो, तो वह Plural Number में होना कहा जाता है.

A noun that denotes more that one person or thing is said to be in Plural Number. Or

If a Noun tells about more that one, it is called Plural Number. जैसे;

  • Chairs
  • Friends
  • Dogs
  • Horses

Note;
केवल और केवल Countable Noun को ही प्लूरल बनाया जा सकता है.

Singular से Plural बनाने के नियम

नाउन को एक वचन से बहुचन बनाने के अनेक नियम है जो यहाँ नियमबद्ध तरीके से प्रदर्शित है.

1. साधरणतः Singular Noun के अंत में S जोड़कर Plural बनाया जाता है. जैसे;
  • Dog – Dogs
  • Day – Days
  • Fan – Fans
  • Shirt – Shirts

2. यदि किसी Singular Common Noun का last अक्षर s, ss, sh, ch, x, और z हो, तो es जोड़कर प्लूरल बनाया जाता है. जैसे;

  • Bus – Buses
  • Kiss – Kisses
  • Box – Boxes
  • Class – Classes

3. जब किसी Singular Noun के अंत में f / fe हो, तो fe को v में बदलकर es जोड़कर Plural बनाया जाता है. जैसे;

  • Leaf – Leaves
  • Life – lives

4. यदि किसी Singular Noun का last अक्षर Y हो और y के पहले consonant हो, तो y को हटाकर ies जोड़कर Plural बनाया जाता है. जैसे;

  • Nursery – Nurseries
  • Army – Armies
  • City – Cities
  • Lady – Ladies

5. जब किसी Singular Noun के अंत में o हो और इसके पहले vowel हो, तो s जोड़कर Plural बनाया जाता है. जैसे;

  • Bumboo – Bumboos
  • Cuckoo – Cuckoos
  • Folio – Folios
6. जब किसी Singular Noun के अंत में o हो और इसके पहले consonant हो, तो “es” जोड़कर Plural बनाया जाता है. जैसे;
  • Buffalo – Buffaloes
  • Potato – Potatoes
  • Negro – Negroes

7. जब किसी Singular Noun के अंत में y हो और इसके पहले Vowel हो, तो “s” जोड़कर Plural बनाया जाता है. जैसे;

  • Day – Days
  • Key – Keys
  • Boy – Boys

8. कुछ Singular Noun का Plural “s/es” जोड़कर नही बल्कि उसके अन्दर के Vowel को बदलकर बनाया जाता है. जैसे;

  • Foot – Feet
  • Man – Men
  • Tooth – Teeth
  • Woman – Women

9. कुछ Singular Noun के Plural बिल्कुल भिन्न होते है. जैसे;

  • Ox – Oxen
  • Child – Children
  • Formula – Formulae
  • Criterion – Criteria

10. कुछ ऐसे Singular Noun है, जिनके अंत में f, ff और fe रहते है, तो सिर्फ s जोड़कर प्लूरल बनाया जाता है. जैसे;

  • Chief – Chiefs
  • Dwarf – Dwarfs
  • Grief – Griefs
  • Roof – Roofs

11. Compound Noun के मुख्य Noun में “s” जोड़कर Plural बनाया जाता है. जैसे;

  • Passer-by – Passers-by
  • Post-man – Post-men

12. जब Compound Noun के शुरू में man या woman का प्रयोग हो, तो ऐसे Compound Noun के दोनों भागों को प्लूरल किया जाता है. जैसे;

  • Man-servant = men – servants
  • Woman-singer = Women -singers

13. कुछ ऐसे नाउन है जिसका प्रयोग Singular और Plural दोनों रूप में किया जाता है. जैसे;

  • Aircraft
  • Brace
  • Cannon
  • Cod
  • Dozen
  • Million

14. कुछ ऐसे नाउन जो हमेशा प्लूरल होते है. जैसे;

  • Cattle
  • Folk
  • Gentry
  • Infantry
  • People
  • Police

Singular और Plural का लिस्ट | Singular and Plural List in Hindi

Singular (एकवचन)Plural (बहुवचन)
Chief = प्रधानChiefs
Cliff = चट्टानCliffs
Mischief = संकटMischiefs
Stuff = सामग्रीStuffs
Wharf = घाटWharfs
Proof = प्रमाणProofs
Foot = पैरFeet
Goose = कलहंसGeese
Man = आदमीMen
Mouse = चूहाMice
Tooth = दांतTeeth
Woman = औरतWomen
Child = बच्चाChildren
Son-in-law = दामादSons-in-law
Brother-in-law = बहनोई/सालाBrothers-in-law
Knight-errant = शूरवीरKnights-errant
Foot-man = वर्दी पहने नौकरFoot-men
Postman = डाकियाPostmen
Man-servant = नौकरMen-servants
Drawback = दोषDrawbacks
Look-out = कर्तव्यLook-outs
Spoonful = चम्मचभरSpoonfuls
Handful = अंजुरीभरHandfuls
Mouthful = मुँहभरMouthfuls
Axis = धुरीAxes
Bandit = लुटेराBandits
Basis = आधारBases
Crisis = संकटCrises
Formula = सूत्रFormulae
Thesis = अनुसन्धानपूर्ण लेखTheses
Medium = माध्यमMedia
Radius = त्रिज्याRadii
Species = जातीSpecies
Index = सूचिIndices
Hypothesis = शर्तHypotheses
Genius = विद्वानGenii/ Geniuses
Madam = श्रीमतीmesdames
Seraph = दैवीपुरुषSeraphs
Minimum = न्यूतमMinima
Stadium = स्टेडियमStadiums
Forum = मंच/न्यायलयForums
Syllabus = व्याख्यानSyllabi/Syllabuses
MPMPs
VIPVIPs
Mr. = श्रीमानMessrs
Advice = रायAdvices = सूचनाएँ
Good = भलाईGoods = सामान
Force = बलForces = सैनिक
Iron = लोहाIrons = हथकड़ी
Work = कार्यWorks = रचनाएँ

महत्वपूर्ण तथ्य

प्रयोग एवं एग्जाम के अनुसार Singular Plural in Hindi का महत्वपूर्ण सबसे अधिक है. अतः एग्जाम के स्थति में सिंगुलर से प्लूरल बनाने के नियम स्मरण होना अनिवार्य है. क्योंकि यह वाक्यों को शुद्ध करने में सबसे महत्वपूर्ण किरदार निभाता है. शिक्षक भी इस टॉपिक को ध्यानपूर्वक कवर करते है ताकि स्टूडेंट्स इसे सरलता से पूर्ण करे.

12th के बाद करियर बेहतरीन विकल्प | Tips For Career After 12 in hindi



 आजकल हर कोई एक बेहतर करियर के तलाश में है खासकर वो, जो अभी-अभी अपना 12th कम्पलीट कर लिए है या फिर करने वाले है. ज्यादातर विद्यार्थियों के मन में ऐसे ही सवाल रहते है कि कौन से कोर्स करियर के लिए चयन करे.

अगर यह निर्धारित कर ले कि हमें किस फील्ड में करियर बनाना है तो हमारा 50% काम सिर्फ इसी डिसिशन से पूरा हो जाएगा , उसके बाद कोर्सेज के बारे में सभी तरह की जानकारी प्राप्त करें. जैसे 12th के बाद बेस्ट करियर कोर्सेज आदि.

करियर से रिलेटेड कोर्स सिलेक्शन करना अपने आप में एक बड़ा चुनौती है इससे हर कोई उबर नही पाता है क्योकि जिम्मेदारियों की शुरुवात यही से शुरु होती है.

आज से कुछ समय पहले करियर विकल्प सिमित थे पर आज के दौर में कुछ भी सिमित नही है आज के समय में करियर के आप्शन बहुत बढ़ गए है और इसीलिए शायद स्टूडेंट्स को करियर सिलेक्शन करने में इतनी परेशानी होती है.

कैसे करे करियर का चुनाव?

अपने इंटरेस्टेड सब्जेक्ट का हमेशा ध्यान रखे, दुसरे के मानसिकता से बचे क्योकि शलाह देने में किसी को बुरा नही लगता पर लेने वाले का बहुत कुछ दाव पर लगा होता है इसलिए एडवाइस लेते समय सावधानी बरतें. सभी की बातें ध्यान से सुनिए और गम्भीरता से सोचिए और अंत में निर्णय लीजिए, जैसे साइंस 12th मे कोनसा कोर्स करे ,12th आर्ट्स में कौन सा कोर्स करे आदि.

दुसरो की रूचि के अनुसार अपना करियर सिलेक्शन न करे क्योकि हर स्टूडेंट्स की रूचि, प्रतिभा और लक्ष्य अलग-अलग होता है, जल्दीबजी में कोई भी डिसिशन न करे, अपने पेरेंट्स से एक बार राय विचार अवश्य कर ले.

अपने योग्यता का आकलन करे

अगर आप अकादमिक कोर्सेज के साथ जाना चाहते है तो आप अपने स्ट्रीम्स का ध्यान अवश्य रखे क्योकि अकादमिक कोर्सेज के लिए स्ट्रीम्स बहुत मायने रखता है. 

अगर आप साइंस के स्टूडेंट्स है तो आपके लिए अकादमिक और प्रोफेशनल कोर्सेज के लिस्ट बहुत है निचे कुछ इम्पोर्टेन्ट कोर्सेज के लिस्ट मेंशन किया जा रहा है.

सबसे जरुरी, ध्यान देने वाला बात, की आप अपने सामर्य्थ का आकलन अवश्य कर ले ताकि यह अंदाजा हो सके की आप किस फील्ड में अपने आप को सक्षम महशुस करते है.

जब तक आप अपने बारे में पूरी तरह से यह पता नही लगा पाते की आप किस फील्ड में अच्छे है तब तक यह निर्णय कर पाना थोडा मुश्किल है कि आप आगे क्या करेंगे.

अपने कौशल का आकलन कैसे करे

अपने कौशल या रूचि (Interest) का आकालन करना कोई मुश्किल काम नही है बस आपको थोडा अपने गतिविधियों पर ध्यान देना होगा की आपको क्या करना अच्छा लगता है.

आप किस काम को करने में अपने आप को सक्षम मशुस करते है. जिस काम को करने में आपको खुसी महशुस होता है, जाहिर सी बात है की आपका रूचि उस काम में है. ऐसे ही अपने सभी पहलुयो पर विचार कीजिए.

हर किसी का कौशल अलग-अलग होता है शायद आपको पढ़ना अच्छा लगता हो या फिर आपको ड्राइंग बनाना अच्छा लगता हो, यानि कहने का मतलब ये है. अगर आप अपने कौशल का आकलन कर लेते है तो आपके लिए आगे का रास्ता आसान हो जायेगा. आप अपने कौशल के अनुशार अपने करियर विकल्प असानी चुन सकते है.

आज के समय में ऐसा कोई फील्ड नही है जिसमे स्पेशल कोर्स न कराया जाता हो, केवल आपको अपने इंटरेस्ट का आकलन करना है.

आपकी आगे की मुश्किलों को आसान करने के लिए हम कुछ कोर्सेज को मेंशन कर रहे है जो आपके उलझनों को हल करने में अहम भूमिका निभाएगा.

12वी के बाद करियर विकल्प

साइंस में करियर के विकल्प

साइंस स्ट्रीम करियर विकल्प के लिए ही फेमस है, ज्यादातर स्टूडेंट्स साइंस स्ट्रीम का चयन इसलिए करते है की इस फील्ड में करियर का विकल्प बहुत ज्यादा है, वैसे देखा जाए तो साइंस में सबसे ज्यादा करियर विकल्प है.

क्योकि साइंस स्ट्रीम के स्टूडेंट्स कभी भी किसी भी फील्ड में अपने आगे की स्टडी के लिए जा सकते है पर दुसरे स्ट्रीम के स्टूडेंट्स के पास ऐसा विकल्प मौजूद नही होता है.

साइंस में 12th के बाद ऐसे बहुत अकादमिक और प्रोफेशन कोर्सेज है जो बेहतरीन करियर विकल्प प्रदान करते है. निचे कुछ ऐसे ही साइंस में करियर विकल्प प्रदान करने वाले कोर्सेज को दिया जा रहा है जिससे आपको अपने कोर्स सिलेक्शन करने में सहूलियत होगी.

  •  बैचलर ऑफ़ एजुकेशन या बी.टेक [BE/B. Tech (Engineering)]
  • बैचलर ऑफ़ साइंस B.Sc In Honors {Phy, Che and Maths}
  • बैचलर ऑफ़ आर्किटेक्चर (B. Arch)
  • मास्टर ऑफ साइंस (M.Sc.)
  • बैचलर ऑफ़ लॉ (L.L.B)
  • बेचलर ऑफ कंप्यूटर एप्लिकेशन (B.C.A.)
  • एजुकेशन (Education and Teaching Courses)
  • होटल मेनेजमेंट कोर्स (Hotel management)  
  • इंडियन डिफेंस (Defense)
  • मर्चेंट नेवी (Merchant Navy)
  • बैचलर ऑफ़ नॉटिकल साइंस (Bachelor of Nautical Science)
  • पायलट ट्रेनिंग (Pilot Training)
  • बैचलर इन डिजाइनिंग फील्ड (Bachelor of Designing)
  • B.Sc. कोर्स क्यो जरूरी हे  B. Sc courses
  • ट्रेवलिंग और टूरिज्म कोर्सेज (Travel and Tourism)
  • एन्विरोंमेंतल साइंस (Environmental Science)

कॉमर्स और आर्ट्स में करियर के विकल्प

कॉमर्स और आर्ट्स एक ऐसा फील्ड है जिसमे करियर विकल्प के स्कोप बहुत है. कॉमर्स स्ट्रीम बिज़नस और अकाउंटेंट के लिए ही जाना जाता है.12th कॉमर्स के बाद बिज़नस कोर्स करके एक अच्छा करियर सेट कर सकते है या खुद का बिज़नस सुरु कर सकते है.

आर्ट्स आज के समय में सबसे ज्यादा करियर विकल्प प्रदान करने वाला स्ट्रीम हे . इस फील्ड में स्पेशल कोर्स तो है ही इसके अलावा आप अपने स्किल्स को इस फील्ड में और ज्यादा निखार सकते है, आपका स्किल्स किसी भी फिल्ड में हो आप आर्ट्स के जारीए अपने स्किल्स और ज्यादा बेहतर बना सकते है.

आर्ट्स, स्किल्स को बढ़ावा देने का एक जरिया है. अगर आपका रूचि पेंटिंग, डिजाइनिंग, ड्राइंग आदि में भी है तो आप इस फील्ड में भी बेहतर करियर स्थापित कर सकते है, आगे ऐसे ही कोर्सेज से आपको रूबरू करा रहे है जो करियर के विकल्प के लिए बिलकुल सही है.

  • बैचलर ऑफ़ सोशल डिजाईन [B.S.W (Bachelor of Social Design)]
  • ग्राफिक डिजाइनिंग कोर्स (Graphic Design)
  • Teacher
  • डिप्लोमा इन एजुकेशन [D. Ed (Diploma in Education)]
  • L.L.B (Bachelor of Law)
  • बैचलर ऑफ़ बिज़नस एडमिनिस्ट्रेशन (B.B.A )
  • डिप्लोमा इन फॉरेन लैंग्वेज (Foreign Language Diploma)
  • B.A in {History, English, Geography, Psychology, Political Science, etc.}
  • बैचलर ऑफ़ फिने आर्ट्स (B.F.A )
  • कोर्सेज इन जर्नलिज्म और मास कम्युनिकेशन (Journalism and Mass Communication )
  • बेचलर ऑफ कॉमर्स मे करियर 
  • होटल मैनेजमेंट कोर्स (Hotel Management)
  • इवेंट मैनेजमेंट कोर्स (Event Management)
  • B.Com in {Economics, Marketing, Computer and IT, Income Tax etc.}
  • बैचलर ऑफ़ आर्किटेक्चर [B. Arch {Bachelor of Architecture}]
  • चार्टर्ड एकाउंटेंसी C.A (Chartered accountancy)
  • बैचलर ऑफ़ बिज़नस एडमिनिस्ट्रेशन (B.B.A)
  • बैचलर ऑफ़ मैनेजमेंट साइंस (B.M.S)
  • बैचलर ऑफ़ बिज़नस स्टडी (B.B.S)
  • बेचलर ऑफ आर्ट्स करना क्यो फायदेबंद हे 
  • इंटीग्रेटेड लॉ (Integrated Law)
  • बैचलर ऑफ़ फाइनेंस एकाउंटेंसी (B.F.A)
  • बैचलर ऑफ़ होटल मैनेजमेंट (B.H.M Course)

12th के बाद डिप्लोमा कोर्सेज में करियर विकल्प

आज कल अगर कुछ डिमांड में है तो वो है डिप्लोमा कोर्सेज, क्योकि स्टूडेंट्स शोर्ट टाइम कोर्स करके जल्द करियर बनाने के बारे में सोचते है. डिप्लोमा कोर्सेज ऐसे बहुत सारे फैसिलिटी देता है जिससे करियर चुनना आसान हो जाता है.

डिप्लोमा कोर्सेज कई प्रकार के होता है कोई शोर्ट टाइम होता है तो कोई-कोई लॉन्ग टाइम का भी होता है. इन सभी कोर्सेज का कॉम्बिनेशन कर एक लिस्ट में निचे मेंशन किया जा है जिससे आपको समझने में सहूलियत होगा.

12th के बाद डिप्लोमा कोर्सेज का डिमांड, करियर स्कोप और करियर विकल्प बहुत ही बड़ा है.

  • कटाई और टेलरिंग फील्ड [Diploma in (Cutting and Tailoring)]
  • वेब डिजाइनिग कोर्स (Web Designing in Hindi)
  • ड्राइंग और पेंटिंग कोर्स (Drawing and Painting)
  • ड्रेस डिजाइनिंग कोर्स Diploma in Dress Designing
  • फेशन डिजाइनिंग कोर्स डिटेल्स  (Fashion Designing Course In Hindi)
  • कंप्यूटर हार्डवेयर (Diploma in Computer Hardware)
  • डिप्लोमा इन टेक्सटाइल (Diploma in Textile)
  • Diploma in {Beauty Culture and Hair Dress}
  • इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी *Information Technology*
  • एप्लीकेशन टेक्नोलॉजी (Diploma in Application Software)
  • ग्राफिक डिजाइनिंग मे करियर ऑप्शन  (Graphic Designing Course In Hindi)
  • हॉस्पिटैलिटी मैनेजमेंट कोर्स (Diploma in Hospitality Management)
  • डिप्लोमा इन फिल्म आर्ट्स (Film Arts)
  • एनीमेशन डिजाइनिंग कोर्स (Animation Designing)
  • डिप्लोमा इन जर्नलिज्म (Journalism and Mass Communication)
  • कोर्स इन डिजिटल वेदिओ प्रोडक्शन (Digital Video Production)
  • कोर्स इन फोरेन लैंग्वेज (Diploma in Foreign Language)
  • डिप्लोमा इन कंप्यूटर एप्लीकेशन (Diploma in Computer)
  • डिप्लोमा इन इवेंट मैनेजमेंट (Diploma in Event Management)
  • एयर क्रू कोर्स (Diploma in Air Crew)
  • डिप्लोमा इन फिल्म मार्केटिंग (Diploma in Film Marketing)
  • कोर्स इन मास और मीडिया (Diploma in Mass and Media)
  • Diploma in Mass Communication
  • डिप्लोमा इन ग्राफ़िक टेक्नोलॉजी (Diploma in Graphic Technology)
  • डिप्लोमा इन डिजिटल मार्केटिंग (Digital Marketing)
  • डिप्लोमा इन एनालिटिक्स

कोर्स सिलेक्शन करने बाद और कुछ चीजो पर विशेष कर ध्यान देना बहुत जरुरी हो जाता है जैसे; जिस organization से आप कोर्स करने जा रहे वो organization समुचित रेगुलेरिटी अथॉरिटी से मान्यता प्राप्त है या नही, प्रोफेसर, लेक्चरर और असिस्टेंट का Ratio, institutes की फैसिलिटी इत्यादी के बारे में अच्छे से जान लेना चाहिए उसके बाद एडमिशन के बारे सोचे.

Conclusion

12th के बाद करियर विकल्प/ आप्शन के सभी संभावित कोर्सेज के बारे में आपने पढ़ा. मुहे उम्मीद है कि इस आर्टिकल को पढ़कर आपको करियर से रिलेटेड अच्छी जानकारी मिली होगी. Tips For Career After 12th in Hindi में करियर से सम्बंधित सभी टॉपिक्स पर विस्तार से चर्चा किया गया है. अगर आपको अभी भी कुछ संदेह हो तो आप अपना विचार या सुझाव कमेंट सेक्शन में सबमिट कर सकते है.

Sunday, June 27, 2021

Consonants and Vowels with Pictures

Vowels - Alphabets that do not require any help to speak. You can speak them freely are known as Hindi Vowel. For instance,

स्वर -  ऐसे अक्षर जिन्हें बोलने के लिए किसी सहायता की आवश्यकता नहीं होती। आप उन्हें स्वतंत्र रूप से बोल सकते हैं हिंदी स्वर के रूप में जाना जाता है। उदाहरण के लिए,

There are 5 vowels. a, e, i, o, u 

 

व्यंजन / हिंदी व्यंजन - उन्हें बोलने के लिए स्वर चाहिए। उदाहरण के लिए,

Consonants/ Hindi Vyanjan - They need vowels to speak. For instance,

Rest 21 are consonants. b, c, d, f, g, h, j, k, l, m, n, p, q, r, s, t, v, w, x, y, z.

Hindi Alphabets with Pictures

If you want to teach Hindi Varnamala to kids, then teach them by images.

Pronunciation of Hindi Varnamala Swar in English

Hindi Alphabets Pronunciation of Hindi Alphabets in English Hindi Alphabets and Words Hindi Words in English Images of Hindi Alphabet’s Words
a अनार Pomegranate Hindi Varnamala
aa आम Mango hindi varnamala
e इमली Tamarind Hindi Varnamala
ee ईख Sugarcane Hindi Varnamala
u उल्लू owl Hindi Varnamala
uu ऊन Wool Hindi Varnamala
ai एक One Hindi Varnamala
ae ऐनक Specs Hindi Varnamala
o ओखल okhal hindi varnamala
au औरत Woman/Lady Hindi Varnamala
अं an अंगूर Grapes Hindi Varnamala
अ: ah प्रातः काल Morning hindi varnamala
hri ऋषि Saint hindi varnamala
K कबूतर Pigeon Hindi Varnamala
Kh खरगोश Rabbit Hindi Varnamala
G गमला Flowerpot Hindi Varnamala
Gh घड़ी Watch
Ch चम्मच Spoon Hindi Varnamala
Chh छतरी Umbrella Hindi Varnamala
J जहाज Ship Hindi Varnamala
Jh झरना Waterfall Hindi Varnamala
T टमाटर Tomatoes hindi varnamala
Th ठेला Trolley hindi alphabets
D डमरू Damru hindi alphabets
Dh ढक्कन Lid hindi varnamala
Ta तवा Tawa hindi varnamala
Th थैली Bag hindi alphabets
D दवा Medicine alphabets
Dh धनुष Bow aksharmala
N नल Tap aksharmala
P पतंग Kite hindi
Ph फल Fruit Fruits
B बत्तख Duck Duck
Bh भालू Bear learn hindi alphabet
M मकड़ी Spider learn hindi alphabet
Y यज्ञ Yajna hindi alphabets with pictures
R रथ Rath hindi alphabets with pictures
L लट्टू Latto alphabets with pictures
V वट Tree alphabets with pictures
Sh शलजम Turnip alphabets with pictures
Sh षट्कोण Hexagon alphabets with pictures
S साडी Saree hindi alphabets in english
H हल Plow alphabets in english
क्ष Ksh क्षत्रिय Kshatriya hindi alphabets in english
त्र Tra त्रिशूल Prong alphabets in english
ज्ञ Gyan ज्ञान Knowledge alphabets in english

 

Thursday, June 24, 2021

12वी के बाद टॉप 15 कोर्स | 15 Top Courses after 12th in Hindi

12वी के बाद टॉप 15 कोर्स

स्टूडेंट्स जब 12th पास करते है तब उनके जहन में बहुत सारे प्रश्न होते है. करियर सम्बंधित, कि कौन-सा ऐसा कोर्स करे, जिससे बेहतर करियर तैयार हो. अगर देखा जाए तो यह समस्या उतना मुश्किल नहीं है, जितना हम सोचते है. क्योकि कोर्स सिलेक्शन एक पहलू है जिसके आधार पर आगे का सफर को तय करना होता है.

इसलिए, यह निर्णय विचार करके लेना अनिवार्य है कि 12th के बाद क्या करना हे. इस बदलती दुनिया में सबकुछ पहले जैसा नहीं है, हाँ, कुछ चिझे स्थिर है, पर कुछ चिजे तेजी से बदल रही है. और हमें इस बदलती दुनियां के साथ ही चलना है. इसलिए, जरुरी है कि कोर्स सेलक्शन, इस बदलती दुनिया के अनुरूप ही हो. ताकि हम सफलता के नई नीव तैयार कर सके.

कहा जाता है कि सफलता केवल कड़ी मेहनत से ही नहीं मिलती है, बल्कि उचित टाइम पर सही डिसिशन लेने से भी मिलती है. ठीक वैसे ही आपके पास भी उचित टाइम है. एक उचित डिसिशन लेने का, जो आपके फ्यूचर का नई मंजिल होगा.

अपने योग्यता के रिगार्डिंग कोर्स सिलेक्शन करना हर स्टूडेंट्स के लिए बेहद जरुरी है. क्योकि आप उसी कोर्स के साथ प्रसन्न महसूस कर सकते है, जिसमे आपका रूचि होता है Bsc. करने के फायदे और करना जरुरी क्यों है, अवश्य पढ़े.

12th के बाद करियर ऑप्शन बहुत ही ज्यादा है. केवल अपने इंटरेस्ट के साथ सही दिशा चुनना है, जिससे होकर आप अपना सुनहरा फ्यूचर बना सके. Top 15 Courses After 12th in Hindi के पोस्ट में 12th के बाद 15 ऐसे courses के बारे में बताया गया है, जिसमें High Salary, Career option, Jobs Field बहुत ही ज्यादा है.

1. ग्रेजुएशन (सबसे ट्रेंडिंग कोर्स ) | Graduation From Any Stream

Graduation एक डिग्री कोर्स है, जिसे 12th के बाद किसी भी स्ट्रीम से किया जा सकता है, (जैसे; Science, Commerce and Arts) इसका अवधि 3 वर्ष का होता है। आप अपने पसंदिता विषय से ग्रेजुएट होकर, आगे उच्च शिक्षा के लिए जा सकते है जैसे; पोस्ट ग्रेजुएशन, एमएससी, MBA, Ph.d आदि।

आप आपना ग्रेजुएशन पूरा करने के बाद गवर्नमेंट जॉब के लिए अप्लाई कर सकते है क्योकि Graduate Candidates के लिए गवर्नमेंट सेक्टर में vacancy निकलती रहती है जिसका लाभ आप उठा सकते है या फिर आप प्राइवेट सेक्टर में जॉब कर सकते है, इस समय बड़ी तदाद में प्राइवेट कम्पनियाँ ग्रेजुएट कैंडिडेट्स के लिए vacancy निकाल रही है।

ज्यादातर प्राइवेट कंपनी में ग्रेजुएशन का ही डिमांड चल रहा है जो आपके लिए फायदेमंद होगा।

अपने स्ट्रीम के रिगार्डिंग आप B.Sc, B.Com और  BA. करे ताकि higher Education में आपको किसी तरह की परेशानी न हो।

2. पुलिस सर्विस (Police Services In India)

इंडिया में पुलिस सर्विस का महत्व कितना है यह कौन नहीं जनता है, अगर आपने भी अपना 12th पूरा कर लिए है तो आप भी पुलिस सर्विस का लाभ उठा सकते है.

इंडिया में पुलिस सर्विस ज्वाइन करने का एंट्रेंस प्रोसेस कुछ अलग-अलग होते है जैसे; रिटेन एग्जाम, फिजीकल एग्जाम, कभी-कभी तो डायरेक्ट भर्ती भी होती है।

अगर देखा जाए तो अधिकतर युवा पुलिस सर्विसेज के पीछे जा रहे है क्योकि गवर्नमेंट जॉब में पुलिस एक अच्छा ऑप्शन चॉइस है और इसके एंट्रेस एग्जाम उतने मुश्किल नहीं होते जिनते दूसरे गवर्नमेंट सर्विसेज के तुलना में. इसलिए आप इसमें अपना करियर 12th के बाद बना सकते है।

 

  • भारतीय पुलिस सेवा लोगो के द्वारा सबसे ज्यादा पसंद किए जाने वाला सर्विस है.
  • 12th पास विद्यार्थी भी इस सेवा का लाभ उठा सकते है.
  • रिटेन परीक्षा, फिजिकल परीक्षा, डायरेक्ट भर्ती या स्पेशल कौर्स आदि के द्वारा पुलिस सर्विस ज्वाइन किया जा सकता है.

3. अंतरीक्ष प्रोद्योगिकी (Space Technology)

आपकी इंटरेस्ट अगर इनोवेशन और रिसर्च में है तो आपकी जगह इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ़ स्पेस साइंस एंड टेक्नोलॉजी में पक्का हो सकता है।

IIST के ग्रेजुएशन कोर्स में लगभग 156 सीटे है जिसका एंट्रेंस एग्जाम सेंट्रल माध्यमिक बोड द्वारा आयोजित किया जाता है और इसकी चयन प्रोसेस JEE-main की मेरिट लिस्ट के आधार पर होता है।

अगर आप 12th साइंस स्ट्रीम से पास आउट हुए है तो JEE-Main के लिए अप्लाई कर सकते है।

एंट्रेंस एग्जाम क्लियर करके आप अपना फ्यूचर Indian Institute of Space Science and Technology में उज्जवल बना सकते है जो अपने आप में एक बड़ी उपलब्धि होगी, सामान्यतः IIST दो तरह के डिग्री प्रोवाइड करता है Post Graduation और PhD.

  • IIST से अंडर ग्रेजुएट स्टूडेंट, पोस्ट ग्रेजुएशन कर भारत बेहतर भविष्य बनाया जा सकता है.
  • करियर, एयरोस्पेस इंजीनियरिंग, B.Tech आदि के लिए सर्वोत्तम है.

4. रास्ट्रीय रक्षा अकादमी (National Defense Academy)

अगर आपका सपना इंडियन आर्मी, नेवी या फिर इंडिया एयर फ़ोर्स में जाने का है तो आप definitely NDA एंट्रेंस के लिए अप्लाई कीजिये क्योकि NDA इंडियन गवर्नमेंट का मोस्ट वैल्युएबल पोस्टो में से एक है.

NDA का एंट्रेंस एग्जाम UPSC द्वारा आयोजिटि किया जाता है। इसके एंट्रेंस एग्जाम के लिए आपको फिजिक्स और मैथ्स के साथ 12th पास होना जरुरी है और आपकी ऐज 16.5 से 19 तक होनी चाहिए तभी आप इसके योग्य होंगे।

NDA का एग्जाम वर्ष में दो बार होता है, सामान्यतः यह एंट्रेंस एग्जाम अप्रैल और सितम्बर के महीनो में होता है।

 

आप अप्लाई करके इसका तैयारी कर सकते है जब तक एग्जाम डेट न आ जाए। सपना अगर बड़ा हो तो मेहनत भी बड़ी होनी चाहिए क्योकि केवल सपने देखने से वो पुरे नहीं होते उसके लिए हमें लड़ना पड़ता है.

कभी-कभी खुद से और कभी अपने हालातो से तब जाके कही हमारी सपने पुरे होते है, इसलिए आप बिना डरे आगे बढ़े।

5. चार्टर्ड अकाउंटेंट (Chartered Accountant)

अगर आपको अकॉउंटिंग में अपना करियर बनाना है तो आपके लिए CA बिलकुल सही कोर्स है क्योकि यह इंडिया का सबसे पॉपुलर कोर्स है और सबसे वैल्युएबल भी है.

हालाँकि इसमें दाखिला लेने के लिए आपको पहले इसके तीन एंट्रेंस एग्जाम क्लियर करने होंगे, जो 12th based होते है, अकाउंटेंट एंट्रेंस एग्जाम की अप्लाई 10th के बाद कर सकते है लेकिन आप CA का एंट्रेंस एग्जाम 12th पास होने के बाद ही दे सकते है।

अंतिम एग्जाम पास करने वाले कैंडिडेट्स को इंडिया में ही सर्टिफिकेट के साथ-साथ-एक most valuable Post ही नहीं बल्कि अच्छी सैलरी पैकेज वाला जॉब भी मिलता है.

इतना ही नहीं, आप CA बनकर देश-विदेश के कंपनियों में Chief Internal, Chief Accountant Financial Business Analist, Account Manager, Finance Manager, Managing Director, Auditing, CEO, आदि पोस्ट पर काम करने का अवशर पा सकते है। CA का अनुमानित yearly सैलरी 5,00000 से 10,00000 तक होती है।

6. Pharmacy Courses में करियर.

सामान्यतः Pharmacy में दो कोर्सेज होती है पहला B. Pharma और दूसरा D. Pharma. B.फार्मा जिसे Bachelor Of Pharmacy भी कहा जाता है.

यह 4 वर्ष का undergraduate डिग्री कोर्स है इसे पूरा करके आप Pharmacist की प्रैक्टिस कर सकते है या फिर विदेश में जा के एक अच्छी जॉब भी पा सकते है जिसका डिमांड विदेशो में बहुत ज्यादा होता है और सैलरी भी अच्छी होती है।

Pharmacist की वैल्यू बहुत ही ज्यादा होता है और इस का सम्मान भी बहुत अधिक होता है। इसका एग्जाम सेमेस्टर यानि 6 महीनो पर होता है।

D.Pharma जिसका पूरा नाम Diploma In Pharmacy होता है यह 2 years Diploma कोर्स होता है जिसका वैल्यू डी. फार्मा से कम होता है लेकिन अगर आपको इसे करने के बाद बी.फार्मा करना हो तो आप उसमे एडमिशन ले सकते है।

डी फार्मा करने के वजह से आपको बी फार्मा के दूरसे इयर्स में सीधे एडमिशन मिल जाता है। इसके बाद आप चाहे तो पोस्ट ग्रेजुएट या M.फार्मा और PhD जैसे कोर्सेज कर सकते है। अगर आप PCB या PCM से 12th पास किए है तो आप इसके लिए योग्य है।

7. Fine Arts

Fine Arts आज के दौर में सबसे ट्रेंडिंग फील्ड है और इसकी लोकप्रियता दिन व दिन बढ़ता ही जा रहा है, क्योकि आर्ट्स अब केवल रोड शो के लिए नही रहा बल्कि आप इससे डिग्री भी ले सकते है.

Fine Arts Course के द्वारा आप अपने आर्ट्स को और निखर सकते है और अपने जीवन को एक नई मोड़ दे सकते है तथा अपने शौख को एक बेहतरीन Career भी दे सकते है.

यह एक ऐसा उभरता हुआ फिल्ड है जिसमे Designers की Demand जरुरत से ज्यादा हो रही है, इसलिए ज्यादातर students फैशन के दुनिया में सबसे अधिक Attract हो रहे है.

अगर आपको भी Arts से लगाव है तो आप इस फील्ड में बेहिचक एक शानदार Career बना सकते है. आप यह कोर्स 12th के बाद कर सकते है, यह एक डिग्री कोर्स है और इसका Duration 4 years का होता है.

Fine Arts में एडमिशन लेने के लिए कई ऐसे आर्गेनाइजेशन है जो एंट्रेंस के अधार पे एडमिशन लेते है पर कई ऐसे भी आर्गेनाइजेशन है जो 12th के मेरिट लिस्ट पे दाखिला ले लेते है.

Fine Arts के फील्ड में career option बहुत है, Fine Arts Candidates की डिमांड आज के दौर में बहुत है और सबसे ज्यादा डिमांड तो Softwere कोम्पंयाँ करती है एवं इसके अलावा कई ऐसे फिल्ड है जिसमे आप अपना करियर बना सकते है.

जैसे; अख़बार, डिपार्टमेंट, अनिमेटर, इलेक्ट्रॉनिक मीडिया, टेलीविजन, फिल्म प्रोडक्शन डिजाईन आदि, इसलिए इस कोर्स की फ्यूचर बहुत ब्राइट है.

8. Banking, Finance, and Insurance

Banking, Finance, and Insurance एक ऐसा फील्ड है जिसमे Grow करने के मौके बहुत ही ज्यादा होता है और दूसरी तरफ यह फील्ड Employment के लिए सबसे सुरक्षित है क्योकि इसमें career के ग्रोथ, Vast और Varied है.

अगर कोई Candidates Banking, Finance or Insurance के फील्ड में अपना करियर बनाना चाहते है तो उनके लिए यह फील्ड उम्मीदों से भरा पड़ा है.

आप इसमें Chartered Accountant, Company Secretary, Finance Consultant, Entrepreneurship के तौर जॉब कर सकते है.

आप 12th के बाद Entrance Exam के द्वारा इस फील्ड में आ सकते है जैसे; SBI PO और IBPS PO आदि. जो इंडिया में सबसे बेस्ट आप्शन है बैंकिंग फील्ड में आने के लिए और इसी से आपकी Eligibility, Course, Jobs और Salary निर्धारित होती है.

Banking, Finance और Insurance में बहुत सारे Diploma Courses, Part-Time और Online Certification Courses Available है जिसके फलस्वरूप इसमें बहुत ही करियर आप्शन उपस्थित है.

9. ITI Course ( In Hindi ) ITI में करियर

अगर आप कम समय में होने वाले कोर्स और एक अच्छी जॉब वाले कोर्स के खोज में है तो आप तुरंत 10th के बाद ITI के लिए अप्लाई कर दीजिए क्योकि ITI Course  में 10th के बाद बहुत सारे फील्ड Available होते है.

आप अपने इंटरेस्ट के अनुसार अपना कोर्स choose कर सकते है. यह एक ऐसा फील्ड है जिसे 8th, 10th और 12th के बाद किया जा सकता है.

ITI कम्पलीट करने के बाद यह आपकी बहुत हेल्प करता है एक अच्छी जॉब दिलाने में. ITI तेजी से उभरता हुआ फील्ड बन रहा है इसलिए इसमें आपकी ग्रो होने के चांसेस बहुत ही ज्यादा बढ़ जाता है.

ITI Courses 6 Months से लेकर 2 वर्ष तक का होता है और इसमें 2 तरह के फील्ड होता है, Engineering और Non-Engineering जो बहुत Demanding है.

आप अपना ITI पूरा करके गवर्नमेंट सेक्टर में भी अप्लाई कर एक अच्छा जॉब पा सकते है और गैर सरकारी सेक्टर में तो इसका डिमांड है ही, या ऐसे कई फील्ड है जिसमे आप खुद का बिज़नस कर सकते है जैसे; Plumber Shop, Painter, Repairing Shop for Many Categories, like Vehicles, Welding Wiring etc.

10. fashion Technology

fashion Designing Course, Creative कुर्सो में से एक है क्योकि यह केवल इंडिया में ही फेमस नही है बल्कि विदेशो में भी इसकी प्रति लोगो का रुझान बहुत है. फेशन डिजाइनर केसे बने , विस्तार से पूरी जानकारी पढ़े.

पिछले दो दशको से Fashion Technology की लोकप्रियता बहुत बढ़ी है जिसका वजह है Demand, आज के दौर में हर फील्ड में डिज़ाइनर का का मांग हो रहा है.

क्योकि अगर किसी भी चीज की लोकप्रियता बढ़ानी है तो जाहिर सी बात है कि पहले उसका दिखावा बेहतर करना होगा और यही काम हमारे Fashion Technology के अंतगर्त आते है.

इस फील्ड के कुछ required skills है जो आपके पास होने चाहिए, अगर यह skills आपके पास है तो यकीन मानिए आप एक सुपर डिज़ाइनर बनेंगे.

अपने सिलेक्टेड फील्ड में और जॉब सैलरी आपके अनुमान से ज्यादा होगा. Fashion Technology के लिए आपके पास Creative Mind, Good Communication Skill, Good Understanding Of Market and Good Understanding Of Customer Lifestyle होना बहुत जरुरी है.

11. Fitness Instructor

आज के समय में Fitness Instructor में करियर बहुत ही देमंडिंग और वैल्युएबल है जैसे-जैसे लोगो में हेल्थ को सही करने को लेकर मानसिकता बढ़ रही है.

वैसे ही Fitness Industry में करियर के संभावनाए भी बढ़ रही है. लोग Gym से होने वाले कम समय में एक्टिविटीज से खुद को ज्यादा उर्जावान और टेंशन फ्री फील करते है और लोगो की इसी चाह ने इस फील्ड में करियर आप्शन के द्वार खोल दी है.

Gym के लोकप्रियता को देखते हुए आप इस फील्ड में मनचाहे करियर बना सकते है.

इंडिया मे टॉप कॉलेज और Institutes है जो इस कोर्स को करवाते है, और इसके दौरान आप बॉडी मसल्स, मसल इंजरी, मसल ग्रो, एनाटॉमी आदि सहित आपको शारीर से रिलेटेड इनफार्मेशन दी जाती है ताकि आप तकनिकी रूप से तैयार हो जाए.

आप इस कोर्स को 12th के बाद कर सकते है और इसे पूरा करने के बाद आप Gym, Hotel, Apartment, क्रूज, सरकारी विभाग आदि में काम कर सकते है और एक अच्छी सलरी पैकेज पा सकते है.

12. Computer Programming Course

Computer Programming Course एक ऐसा कोर्स है जिसका एरिया बहुत ही बड़ा है इसमें बहुत ऐसे कोर्स है जिनका Duration 3 Moths से लेकर 3 years तक के होते है.

Basically, आप इसमें 10th, 12th और ग्रेजुएशन के बाद भी इस फील्ड में करियर बना सकते है. यह बहुत ज्यादा demanding फील्ड है वो इसलिए की आज दुनिया डिजिटल हो गई है.

अधिकतर कार्य हमारे कंप्यूटर प्रोग्रम्म से से ही होते है लिहाजा इन्हें operate करने के लिए लोगो का डिमांड भी बढ़ा है इसलिए इस फील्ड में वैल्कयुएबल रियर आप्शन मौजूद है.

आप Computer Programming Course के अंतगर्त DTP Course, Basic Computer Course साइबर सुरक्षा कोर्स, Ms Office Certification Course, programming Language Course, Animation and Multimedia Course, Computer Hardware Maintenance Course आदि कर सकते है.

इन कोर्सेज को पूरा करके आप खुद का शॉप भी ओपन कर सकते है या फिर किसी सरकारी और गैर सरकारी कंपनी में जॉब भी कर सकते है.

इसके अलावा आप कंप्यूटर साइंस में डिप्लोमा , कंप्यूटर एकाउंटिंग डिप्लोमा या फिर एडवांस डिप्लोमा इन कंप्यूटर एप्लीकेशन कर के certification ले सकते है और एक बेहरत करियर की शुरुआत भी कर सकते है.

 

13. Interior Designing Course

Interior Designing Courses एक ऐसा वैल्युएबल कोर्स है जिसका डिमांड आज के यूग बहुत ही ज्यादा है और इसका दायरा दिन-व दिन बढ़ता ही जा रहा है.interior designer केसे बने ओर क्यो जरूरी हे, के बारे अवश्य पढ़े.

Interior Designer काम अपर्मेंट, कोठी, ऑफिस , हॉस्पिटल, होटल, रेस्तरां, ऑडिटोरियम और सार्वजनि स्थलों को आन्तरिक रूप से खूबसूरती प्रदान करना होता है और इसी प्रकार के डिजाईन करने वाले डिज़ाइनर को Interior डिज़ाइनर कहते है.

इसी वजह से आज इस फील्ड में जॉब आप्शन का क्रेज तेजी से बढ़ रहा है. इंटीरियर डिजाइनिंग कोर्स आप डिग्री या डिप्लोमा दोनों तरह से कर सकते है और ये दोनों कोर्स 12th के बाद टॉप कोर्सेज है.

ऐसे बहुत सारे Institutes और College है जो Interior Designing कोर्स करवाते है जिसे पूरा करके आप इस फील्ड में एक अच्छा करियर बना सकते है.

जैसे-जैसे इंटीरियर डिजाइनिंग का क्रेज बढ़ रहा है वैसे-वैसे इसमें जॉब्स की संभवनाए भी बढ़ता जा रहा है. इंटीरियर डिजाइनिंग कोर्स पूरा करने के बाद आप सुरुआत ट्रेनिंग से करे ताकि आपको अच्छा से ब्यातिगत नॉलेज मिल सके.

उसके बाद आप एक अच्छे सैलरी पैकेज पे जॉब प् सके और यह हर किसी के लिए जरुरी होता है, इंटीरियर designers आर्किटेक्चर फर्मो, प्रोडक्शन हाउस, थ्रिएतर आदि में कम सकते है.

जिसकी शुरूआती सैलरी 10 से 15 के आसपास होती है और आगे एक्सपीरियंस के अनुशार सैलरी में बढ़ोतरी होती रहती है.

14. Career in Yoga (योग में बेहतरीन करियर)

Career In Yoga आज तेजी से उभरता हुआ इंडस्ट्री बन रहा है तो जाहिर सी बात, इसमें करियर बनाने के भी चांसेस ज्यादा होंगे, क्योकि योग के प्रति लोगो का जो नजरिया है वो काफी सकारात्मक है और ठीक इसी वजह से, इस फील्ड में युवाओं के लिए करियर का पिटारा-सा खुल गया है.

इंडिया में कई ऐसे प्रशिक्षण संस्थान है जो Diploma in Yoga और Degree in Yoga करवाते है. आप अपने नजदीकी संसथान से 12th के बाद डिप्लोमा या डिग्री कोर्स कर के अपना करियर Yoga में बना सकते है.

yoga कोर्स पूरा करने के बाद आप कई क्षेत्रो में जॉब कर सकते है जैसे; Yoga Teacher, अनुसंधान, रोग का उपचार हेतु, योग मन और शारीर स्वास्थ उपचार हेतु या आप खुद का ट्रेनिंग सेंटर खोल कर ट्रेनी को trained कर सकते है और एक अच्छा करियर लाइन तैयार कर सकते है.

15. Animation Designing Course

स्टूडेंट्स के बिच एनीमेशन कोर्स बहुत प्रचलित है क्योकि उन्हें कलाकारी करना बेहद पसंद होता है जिसके वजह से वे ऐसे courses का चुनाव करते है.

आप इस कोर्स को 12th के बाद आसानी से कर सकते है. यह कोर्स डिप्लोमा और डिग्री दोनों में available है जिसका Duration 1 Years से 3 Years तक का होता है और इसका अनुमानित fees 3,000 से 1,00,000 तक हो सकता है क्योकि हर संसथान की फी अलग-अलग होता है.

आप एनीमेशन कोर्स कम्पलीट करने के बाद, Director, Production Designer, Script Writer, Layout Artist, Digital Painter आदि के तौर पर काम कर सकते है.

आप फ्रेशर लेवल पर लगभग 12,000 से 20,000 आसपास सैलरी पा सकते है, और कुछ एक्सपीरियंस करने के बाद आप किसी अच्छी कंपनी में काम कर बेहतर सैलरी पैकेज ले सकते है.


 


 

 

 

 

 

 

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