विलोम शब्द किसे कहते हैं?
एक-दूसरे के विपरीत या उल्टा अर्थ देने वाले शब्दों को , विलोम शब्द कहते है अर्थात् जो शब्द किसी दूसरे शब्द का उल्टा अर्थ बताते हैं, उन्हें विलोम शब्द या विपरीतार्थक शब्द या विरुद्धार्थी शब्द कहते है। जैसे- हार- जीत, आय- व्यय, आजादी- गुलामी, नवीन- प्राचीन आदि।
विलोम शब्द के प्रकार या भेद
यहां विलोम शब्द के प्रकार या भेद की जानकरी दी गई हैं जो कुछ इस प्रकार हैं।
- स्वतंत्र विलोम शब्द – इस प्रकार के विलोम शब्दों की अनुलोम शब्दों से किसी प्रकार की स्वभावगत या रुपगत समानता नहीं होती तथा वह अनुमोल ( गलती) की रूपप्रवृति से स्वतंत्र होती है। उदाहरण – गुण-दोष, जन्म- मृत्यु, असली- नकली, आज-कल, छोटा-बड़ा।
- उपसर्गों से बने विलोम शब्द – इस प्रकार के विलोम शब्द में उपसर्ग लगाकर किया जाता है। अनुलोम (morganitic /adjective) शब्दों में उपसर्ग का प्रयोग कर विलोम शब्दों को निर्मित किया जाता है इस प्रकार के बनने वाले विलोम शब्द भी दो प्रकार के होते हैं –
- उपसर्गों के योग से बनने वाले विलोम शब्द – ऐसे शब्द जिसमें मूल शब्द के साथ उपसर्ग लगा कर उसके शब्द को उल्टा या विपरीत कर देते है; जैसे- वादी के साथ प्रति उपसर्ग लगा कर ‘वादी’ का उल्टा अर्थ प्रकट किया जाता है और बनता है प्रतिवादी । यानि वादी- प्रतिवादी इसी प्रकार मान का उल्टा अपमान, फल का उल्टा प्रतिफल।
- उपसर्गों के परिवर्तन से बनने वाले विलोम शब्द – ऐसे उपसर्ग शब्द जिसमें उपसर्गों के परिवर्तन या बदलाव से बनता हैं। जैसे – अनुकूल का उल्टा प्रतिकूल , अनुराग का उल्टा विराग , सुरुचि का कुरुची, अनाथ का सनाथ आदि ।
- लिंग परिवर्तन के आधार पर बने विलोम शब्द – इसमें ऐसे शब्द आते हैं जिसे शब्द के लिंग बदल कर या परिवर्तन कर उसका उल्टा अर्थ निकाला जाता है जैसे पुल्लिंग से स्त्रीलिंग या फिर स्त्रीलिंग से पुल्लिंग बनाकर किया जाता हैं उदाहरण के रूप में – बेटा से बेटी, पति से पत्नी, नर से नारी, माता से पिता, बहन से भाई, रानी से राजा आदि।
विलोम शब्द किन विधियों से बनते हैं?
- लिंग परिवर्तन के द्वारा विलोम शब्द: जैसे भाई-बहन , राजा-रानी , वर-वधू , लड़का-लड़की, गाय-बैल आदि।
- विभिन्न जातीय शब्दों द्वारा विलोम शब्द : जैसे अधम-उत्तम , अधिकतम – न्यूनतम , अनुराग- विराट , आजाद-गुलाम , आगे-पीछे आदि।
- समास के पद बनाकर विलोम शब्द : जैसे नश्वर-अनश्वर, आदि- अनादि, संभव-असंभव आदि।
- उपसर्ग के द्वारा विलोम शब्द: जैसे ईश्वर-अनिश्वर,आस्था- अनास्था, स्वास्थ्य-अस्वास्थ्य , मान-अपमान आदि।
शब्द विलोम शत्रु मित्र रात दिन अमृत विष प्रकाश अंधकार तम उजाला इच्छा अनिच्छा अल्पायु दीर्घायु अनुराग विराग उत्कर्ष अपकर्ष आदि अंत आगामी गत उत्थान पतन आग्रह दुराग्रह एकता अनेकता अनुज अग्रज आकर्षण विकर्षण उद्यमी आलसी अधिक न्यून आदान प्रदान उर्वर ऊसर एक अनेक आलस्य स्फूर्ति अर्थ अनर्थ नगद उधार उपस्थित अनुपस्थित सफल असफल सक्रिय निष्क्रिय शीत ऊष्ण शयन जागरण विधवा साधवा विधि निषेध क्षणिक शाश्वत हर्ष शोक शुष्क आर्द्र वरदान अभिशाप रक्षक भक्षक रुगण स्वस्थ मूक वाचाल सगुण निर्गुण यश अपयश ठोस तरल बंधन मुक्ति नूतन पुरातन निरक्षर साक्षर सुलभ दुर्लभ क्रय विक्रय कृतज्ञ कृतघ्न मोक्ष बंधन सौभाग्य दुर्भाग्य सरस निरस मितव्यय अपव्यय निंदा स्तुति घात प्रतिघात संक्षेप विस्तार मौखिक लिखित सुगंध दुर्गंध सजीव निर्जीव घृणा प्रेम प्रत्यक्ष अप्रत्यक्ष परोक्ष अपरोक्ष गुप्त प्रकट प्रसन्नता खेद दाता याचक आहार निराहार स्वाधीन पराधीन आय व्यय आदर्श यथार्थ उत्तम अधम अतिवृष्टि अनावृष्टि उपस्थित अनुपस्थित तेज़ मंद (निस्तेज) धनी निर्धन न्याय अन्याय डर निडर पंडित मुर्ख पावन अपावन बलवान बलहीन बुद्धिमान बुद्धिहीन भूत भविष्य महात्मा दुरात्मा खट्टा मीठा लाभ हानि अनुलोम विलोम विजय पराजय दानी कंजूस/ कृपाण नवीन प्राचीन देव दानव जल अग्नि आकाश पाताल नैतिक अनैतिक निर्माण विनाश कच्चा पक्का भगवान हैवान/ राक्षस बहुत थोड़ा ज्यादा कम परोपकारी विनाशकारी लौकिक अलौकिक लघु गुरु मानव दानव सोना जागना सामान्य विशेष पुरस्कार तिरस्कार सम्मान अपमान आदर निरादर हिंसा अहिंसा चल अचल चर अचर सरल कुटिल सनाथ अनाथ राग द्वेष मित्रता शत्रुता जीवन मृत्यु ज्ञान अज्ञान ज्ञानी अज्ञानी चालाक बुद्धू आधार निराधार आस्था अनास्था कपट निष्कपट वीर कायर अंधकार प्रकाश अनुकूल प्रतिकूल सक्षम असक्षम अवर प्रवर अनभिज्ञ भिज्ञ पुरा अधूरा अवनति उन्नति अगला पिछला आज कल अपेक्षा उपेक्षा दोष निर्दोष अमावस्या पूर्णिमा अस्त उदय धर्म अधर्म अति अल्प अवनि अंबर अनुरक्त विरक्त अनिवार्य वैकल्पिक वरदान अभिशाप मूल्यवान अमूल्यवान/ मूल्यहीन अधोमुखी उद्भमुखी आंकलन विकलन आना जाना आधार विकर्ण आंतरिक बाह्य आकार निराकार आगमन प्रस्थान साध्य असाध्य लोक परलोक उपमय अनुमय पतला मोटा नीचा ऊंचा पुराना नया दिन रात आस्तिक नास्तिक वीर कायर छोटा बड़ा उदय अस्त सुख दुख बच्चा बूढा अंदर बाहर लाभ हानि घर बाहर अंधेरा उजाला गन्दा साफ़ जल थल बाढ़ सूखा महंगा सस्ता मौखिक लिखित अनेक एक अन्धकार प्रकाश दाएँ बाएँ अपमान सम्मान सच झूठ न्याय अन्याय पास दूर कठिन सरल गर्म ठंडा कम अधिक राजा रंक अज्ञान ज्ञान अंत प्रारंभ ग़लत सही सर्दी गर्मी ख़रीदना बेचना मान अपमान
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